व्हॉट इज डिजिलॉकर इन हिंदी : भारत के प्रधानमंत्री द्वारा जारी की गयी एक बहुत ही महत्वपूर्ण सुविधा या योजना है | इसको डिजिटल लॉकर कहा जाता है इसका हिंदी में मतलब हुआ अंकीय तिजोरी या इलेक्ट्रॉनिक तिजोरी जो की हमारे सभी प्रकार के दस्तावेजो के फोटोस्टेट को सुरक्षित रखने के काम आती है | यह भारत सरकार के संचार और आईटी मंत्रालय के द्वारा प्रबंधित वेबसाइट है | तो आज हम आपको इसी डिजिलॉकर के बारे में जानकारी देते है किस तरह से आप इस सुविधा का लाभ उठा सकते है जानिए पूरी जानकारी हमारी इस पोस्ट में की किस तरह से इस सुविधा का लाभ आप उठा सकते है |
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Digilocker Meaning in Hindi
डिजिलॉकर मीनिंग इन हिंदी : डिजिलॉकर को अंग्रेजी भाषा में डिजिटल लॉकर नाम से जाना जाता है इसका शाब्दिक अर्थ होता है अंकीय तिजोरी या इलेक्ट्रॉनिक तिजोरी जिसमे की आप अपने सभी प्रकार के दस्तावेज़ सुरक्षित रख सकते है |
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Digital Locker Registration
डिजिटल लॉकर रजिस्ट्रेशन : अगर आप डिजिलॉकर खोलने के लिए जनन चाहे की किस तरह से इसका पंजीकरण करेंगे तो आप निम्न प्रकार से दी हुई जानकारी से अपने डिजिलॉकर के खाते का इस्तेमाल कर सकते है :
- इसके लिए आपको सबसे पहले डिजिलॉकर की वेबसाइट यानि digilocker link http://digitallocker.gov.in/ पर लॉगिन करना होगा |
- उसके बाद आपको उस पर ID बनानी होगी |
- उसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन यानि पंजीकरण करने के लिए अभी रजिस्टर करें का ऑप्शन होगा उस पर क्लिक करना पड़ेगा |
- उसके बाद एक नया टैब ओपन होगा उस पर अपना आधार कार्ड नंबर डालना होगा |
- फिर आपको अपने अंगुली के निशान या OTP की सहायता से अंदर प्रवेश करना होगा |
- फिर आपसे कुछ इनफार्मेशन मांगी जाएगी आपको उसे भरना पड़ेगा |
- और इस प्रकार आपका खाता खुल जायेगा और आप कभी भी इस पर अपने व्यक्तिगत दस्तावेज डाल सकते है इसमें कोई भी शुल्क नहीं लगेगा |
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Digital Locker Create Account
डिजिटल लॉकर क्रिएट अकाउंट : डिजिलॉकर देश की सबसे बड़ी सुविधाओ में से एक सुविधा है जिसके अन्तर्गत आप अपने कोई सरकारी दस्तावेज़ बिना किसी शुल्क के सरकार की देखरेख में सकते है कोई भी सरकारी कार्य जिसमे की ऐसे दस्तावेज़ों की आवश्यकता पड़ती है वह पर अपने दस्तावेज की जगह केवल अपने डिजिलॉकर का यूआरएल दे सकते है जिससे की आपके दस्तावेज वही से सब्मिट हो जाते है इस तरह से भारतीय नागरिकों को हर जगह अपने ज़रूरी दस्तावेज लेकर घूमने की जरूरत नही पड़ती है क्योंकि डिजिटल लॉकर स्कीम में हर भारतीय जिसके पास सरकार द्वारा ज़ारी अपना आधार अंक है अपने एकेडेमिक, चिकित्सकीय रिकॉर्ड, पासपोर्ट और पैन कार्ड जैसे दस्तावेजों को डिजिटल स्वरूप में यहाँ सरकार की निगरानी में रख सकता है। यहाँ दस्तावेजों के डिजिटल स्वरूप से मतलब उनका चित्र है। मूल मुद्रित प्रति तो उस व्यक्ति के पास ही रहेगी, सिर्फ उसकी छायाप्रति ही वेबसाइट पर रखनी होगी। इसको ही डिज़िटल स्वरूप कहते हैं। वेबसाइट में कहा गया है, डिजिटल लॉकर अधिकृत उपभोक्ताओं/ एजेंसियों को किसी भी समय और कहीं भी अपने दस्तावेजों को सुरक्षित तरीके से अपलोड और साझा करने की सहूलियत देता है |
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