Rudraksh Kaise Dharan Kare : आपने रुद्राक्ष का प्रयोग अधिकतर ऋषि-मुनियो व तपस्वियों को करते हुए देखा होगा लेकिन रुद्राक्ष भगवान शिव द्वारा दिया गया वह अनमोल तोहफा है जिसे की कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है | रुद्राक्ष भगवान शिव का ही अंश है जिस कारणवश हमारी हिन्दू संस्कृति में इसका बहुत अधिक महत्व है | इसीलिए हर व्यक्ति रुद्राक्ष की माला को अपने गले में पहन सकता है या रुद्राक्ष का प्रयोग कर सकता है इसीलिए हम आपको रुद्राक्ष धारण करने के उपायों के बारे में बताते है की किस तरह से रुद्राक्ष धारण करेंगे ?
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रुद्राक्ष पहनने के नियम
Rudraksh Pahanne Ke Niyam : रुद्राक्ष को पहनने के भी कई नियम होते है इसीलिए अगर आप भी रुद्राक्ष धारण करना चाह रहे है तो पहले आप रुद्राक्ष धारण करने की विधि के बारे में जान सकते है :
- रुद्राक्ष को धारण करने से पूर्व पहले इसकी प्राण प्रतिष्ठा करवाए उसके बाद ही धारण करे |
- दूषित किया हुआ,उभरे हुए दानो वाला, टूटा-फूटा जो गोल न हो तथा वरणयुक्त रुद्राक्ष ऐसे रुद्राक्षों को धारण नहीं करना चाहिए |
- असली और नकली में रुद्राक्ष में संदेह होता है इसीलिए आप रुद्राक्ष धारण करने से पहले परिक्षण कर ले की वह असली है या नहीं इसके लिए आप रुद्राक्ष को पानी में डालिये अगर वह असली रुद्राक्ष होगा तो पानी में डूब जायेगा अगर नकली होगा तो तैरता रहेगा |
- रुद्राक्ष धारण करने से पहले आप उसे शिव प्रतिमा अथवा शिवलिंग पर स्पर्श करवाए उसके बाद ही उसे धारण करे |
- अगर आप रुद्राक्ष को धारण करना चाह रहे है तो इसके लिए एक विशेष समय के अनुसार ही धारण करे इसके लिए आप ग्रहण काल में, कर्क और मकर संक्रांति के दिन, अमावस्या, पूर्णिमा और पूर्णा तिथि के दिन ही इसे धारण करे |
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रुद्राक्ष धारण मंत्र
Rudraksh Dharan Mantra : रुद्राक्ष की प्राण-प्रतिष्ठा कर शुभ मुहूर्त मे इस शुभ मन्त्र का जाप करने के बाद ही धारण करने का प्रावधान है :
ग्रहणे विषुवे चैवमयने संक्रमेऽपि वा।
दर्द्गोषु पूर्णमसे च पूर्णेषु दिवसेषु च।
रुद्राक्षधारणात् सद्यः सर्वपापैर्विमुच्यते॥
रुद्राक्ष पहनने के बाद के नियम
Rudraksh Pahanne Ke Bad Ke Niyam : रुद्राक्ष की माला को पहनने के बाद भी आपको कई नियमो का पालन करना पड़ता है अगर आप इन नियमो को पालन नहीं करते तो आपका रुद्राक्ष अपवित्र हो जाता है :
- रुद्राक्ष धारण किये हुए व्यक्ति को मास-मदिरा तथा प्याज व लहसुन का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए |
- रुद्राक्ष धारण किये हुए व्यक्ति को हर रोज़ रुद्राक्ष की माला का जाप करना चाहिए लेकिन आप जिस रुद्राक्ष की माला के जाप करते है तो उस माला को न पहने तथा जिस माला को पहनते है उससे जाप न करे |
- रुद्राक्ष को पहन कर कभी शौचालय, शमशान या किसी भी अपवित्र जगह पर न जाये इससे उसकी पवित्रता नष्ट हो जाती है |
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रुद्राक्ष के लाभ
Rudraksh Ke Labh : भगवान शिव का अंश रुद्राक्ष ही है हिन्दू धर्म के अनुसार इस रुद्राक्ष से इंसान को कई तरह के फायदे व लाभ भी होते है यदि आप इन लाभों को जानना चाह रहे है तो इसके लिए आप नीचे बताई गयी जानकारी को पढ़ सकते है :
- रुद्राक्ष का प्रयोग धन प्राप्ति के लिए भी किया जाता है इसके लिए आप 62 दानो की माला का प्रयोग कर सकते है |
- इसके अलावा रुद्राक्ष की माला का प्रयोग संपूर्ण मनोकामना पूर्ति करने के लिए भी किया जाता है इसके लिए आप 108 दानो की माला का प्रयोग कर सकते है |
- अगर कोई मनुष्य इसको धारण करके रखता है तो उस मनुष्य के ऊपर से सभी नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव हट जाता है |
- वैदिक काल में साधु व सन्यासी लोग खाने का पता रुद्राक्ष की मदद से ही लगा लेते थे की खाना खाने लायक है या नहीं ?
- अगर आप किसी जहरीले पानी में रुद्राक्ष को ऊपर की तरफ ही पकड़ कर रखते है और वह रुद्राक्ष खुद ब खुद घड़ी की दिशा में घूम जाता है तो समझ जाइये की वह पानी जहरीला है |
- बड़ा रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति सभी तरह के रोगो से दूर रहता है यह रोगों पर विशेष रूप से फलदायी माना जाता है
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