गणेश विसर्जन इन हिंदी : गणेश चतुर्थी उत्सव में सब लोगो को गणपति विसर्जन का ही इंतज़ार रहता है क्योकि इस दिन हमारे गणपति भगवान् हमारे घर से विदा होते है और उनकी प्रतिमा को हम पानी में विसर्जित करके आते है | इसीलिए हम आपको गणपति विसर्जन के बारे में जानकारी देते है की गणपति को विसर्जित करने के पीछे क्या राज़ है और क्यों गणपति जी की पहले घर में स्थापना करते है उसके बाद हम उन्हें विसर्जित करके आते है | गणेश जी की स्थापना करने से गणेश जी खुश होते है तो फिर हम उनकी प्रतिमा को पानी में क्यों बहा देते है इसके लिए जानकारी आप हमारी इस पोस्ट के माध्यम से पा सकते है |
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गणपति विसर्जन 2020
Ganpati Visarjan 2020 : गणपति चतुर्दशी या गणेश चतुर्दशी का यह उत्सव पुरे 10 दिनों तक चलता है जब गणपति को विसर्जित करने की बारी आती यही तब सभी की आँखों में आंसू आ जाते है | गणपति विसर्जन का समय सही मुहूर्त पर किया जाता है इस बार यानि 2020 में गणेश विसर्जन 5 सितम्बर को किया जाना है |
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गणपति विसर्जन का महत्व
Ganpati Visarjan Ka Mahatv : जिस तरह गणेश चतुर्थी हिन्दू धर्म में बहुत महत्व रखती है उसी तरह जब गणेश जी के जाने का समय नज़दीक आता है तो यह हमारे लिए और ज्यादा अधिक महत्वपूर्ण हो जाते है जाने इनके महत्व के बारे में :
- गणेश जी सुख शांति का प्रतीक माने जाते है इसीलिए उनकी चतुर्थी में पूजा करने से सुख व शांति की प्राप्ति होती है |
- संतान प्राप्ति के लिए भी इस उत्सव को मनाया जाता है और गणपति के विसर्जन के समय आप उनसे ख़ुशी-2 मन से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद ग्रहण कर सकते है |
- गणेश जी संकट को दूर करने वाले माने जाते है इसीलिए उनके इस उत्सव को संकट चतुर्थी के भी नाम से भी जाना जाता है |
- अपने घर में किसी भी तरह के शुभ कार्य में कोई अड़चन न आने के लिए कई लोग गणेश चतुर्थी के दिन व्रत रखते है |
- जिन लोगो को संतान प्राप्ति नहीं होती है वह इस व्रत को कर सकता है जिससे की उसे संतान प्राप्ति भी हो जाती है |
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गणेश विसर्जन विधि
Ganesh Visarjan Vidhi : जब हम गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाते है और हम उसमे सफल होते है तब हमारे सामने गणपति विसर्जन की भी समस्या आती है की हमें किस तरह से गणपति जी को ख़ुशी-2 विदा करना होगा तो हम आपको विसर्जन की विधि बताते है की आप किस तरह से गणपति जी को विसर्जित करेंगे :
- सबसे पहले आप एक स्वच्छ पाटा ले उसे गंगाजल से पवित्र करके उस पर एक स्वस्तिक बनाये और एक अक्षत रख दे |
- उसके बाद एक पीला, लाल या गुलाबी वस्त्र इस पाटे पर बिछा कर उस फूल बिछा कर पाटे के चारो कोनो में सुपारी रख दे |
- उसके बाद श्री गणेश की प्रतिमा को उस स्थापना वाले स्थान पर से उठा कर उस पाटे पर विराजमान करदे |
- पाटे पर विराज करते समय उसके साथ फल, फूल, वस्त्र, दक्षिणा, 5 मोदक रखें |
- उसके बाद आप एक पोटली में चावल, गेहूं और पंच मेवा रखे जिस तरह से हमारा कोई प्रिय व्यक्ति घर से बहार कही जाता है और हम उसी तरह उनकी तैयारी करते है बिलकुल उसी तरह आपको गणेश जी विदाई करनी है |
- उसके बाद आप जहाँ भी उन्हें विसर्जित करने वाले है तब विसर्जन से पहले कपूर से उनकी आरती उतारे |
- उसके बाद उनके सामने हाथ जोड़ कर उन्हें अपने घर में आने के लिए धन्यवाद बोले और इन 10 दिनों में हुई गलतियों की क्षमा मांगे |
- अपने जीवन में लक्ष्य प्राप्ति, सुख समृद्धि का आशीर्वाद ग्रहण करे |
- उसके बाद आप उनकी प्रतिमा को पानी में फेके नहीं उन्हें धीमे-2 बहाये |
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