Ahankar Aur Abhiman Se Kaise Bache : अहंकार, स्वाभिमान व अभिमान इस दुनिया में ऐसी चीज़े है जिसकी वजह से इंसान को उसके जीवन में बहुत कुछ खोना भी पड़ता है व बहुत कुछ पाता भी है | इस दुनिया में कहा जाता है जिस इंसान के अंदर अहंकार व स्वाभिमान आ जाता है वह इंसान दूसरे लोगो को अपने से छोटा समझने लगता है व उनका आदर करना भी बंद कर देता है | इसीलिए हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते है जिन तरीको को आजमा कर आप अपने अंदर से अहंकार व स्वाभिमान को बिलकुल बाहर निकाल सकते है |
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अहंकार क्या है | अहंकार अर्थ
Ahankar Kya Hai | Ahankar Arth : अहंकार का मतलब होता है मै की भावना जिस इंसान के अंदर मै की भावना आ जाती है उस व्यक्ति के अंदर अहंकार आ चुका है | असल में मै की भावना का मतलब होता है की जो इंसान अपने आगे सबको छोटा समझने लगता है जब उसे ये लगने लगता है की वह जो कर रहा है वही सही है या उसे अपनी प्राप्त हुई चीज़ पर घमंड होने लगता है उसे ही अभिमान व अहंकार कहा जाता है | जिस इंसान के अंदर यह दोनों चीज़े आती है उसकी समाज में किसी व्यक्ति से नहीं बनती इसीलिए हम आपको अहंकार व अभिमान को त्यागने के कुछ तरीको के बारे में बताते है जिन्हे आप आजमा सकते है :
1. अपने आपको दुसरो से कम्पेयर करना छोड़ दे
अगर आपको लगता है की आपके अंदर अहंकार व अभिमान है तो उसे दूर करने के लिए आप सबसे पहले अपने आपको दुसरो से कम्पेयर करना छोड़ दे क्योकि किसी भी इंसान के अंदर अहंकार तभी आता है जब वह व्यक्ति अपने आप को दुसरो से श्रेष्ठ समझने लगता है | इसीलिए हो सके तो आप पहले अपने आप की तुलना दूसरा करना छोड़ दीजिये |
2. Compromise करे
जिस इंसान के अंदर अहंकार होता है वह किसी भी व्यक्ति से किसी भी चीज़ में अपने से कम नहीं समझता और वह किसी काम में उनसे झुकता नहीं है | इसीलिए आपको अपने आप पर ध्यान देना है और अन्य समझौते करना सीखना पड़ेगा जिससे की आपके अंदर से अहंकार व अभिमान चला जायेगा |
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3. दूसरे लोगो की बातो में इंट्रेस्ट ले
अक्सर अपने देखा होगा की जिन लोगो के अंदर अहंकार व अभिमान होता है वह लोग अपने सामने सबको छोटा तो समझते ही है उसके अलावा भी वह उन लोगो की बातो में इंट्रेस्ट भी नहीं लेते इसके लिए आपको अन्य सभी लोगो की बातो में इंट्रेस्ट लेना है जिससे की आपकी रूचि उन लोगो के प्रति और बढ़ने लगेगी |
4. अपने ईगो को कम करने की कोशिश करे
किसी इंसान का सबसे ज्यादा नेगेटिव पॉइंट अगर कुछ होता है तो वह उसका ईगो ही होता है इसके अलावा कई लोगो का पॉजिटिव पॉइंट ईगो ही माना जाता है | ईगो भी दो प्रकार का होता है एक होता है अच्छा ईगो और एक होता है बुरा ईगो जिन लोगो के अंदर अहंकार व अभिमान होता है उन लोगो के अंदर बुरा ईगो पाया जाता है | इसीलिए वह लोग अपने अंदर से ईगो को कम करने की कोशिश करे जिससे की उनका अहंकार कम हो पायेगा |
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