Safalta Par Kavita Hindi : इस दुनिया में हर इंसान सफल होना चाहता है हर व्यक्ति चाहता है कि वह जो भी काम करें उसे हर उस काम में सफलता हासिल हो | लेकिन सफलता हासिल करने के लिए हमें सबसे अधिक मोटिवेशन की आवश्यकता होती है जो मोटिवेशन हमें केवल एक प्रेरणादायक व्यक्ति से ही मिल सकता है | जिसके लिए आप सफलता के ऊपर विचार, सफलता की शायरी को पढ सकते हैं इसीलिए हम आपको सफलता के ऊपर कुछ कविताएं बता दे जा रहे हैं जो कि कुछ मशहूर कवि द्वारा लिखी गई है |
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Short Poem On Safalta In Hindi
जीवन सफल वही होता है।
उछल-उछल जो सर्वनाश की टक्कर पर टक्कर सहता है।
नंगी खड्ग धार की अपने सीने पर चोटें सहता है॥
चाह नहीं, परवाह नहीं, कुछ आह नहीं, जिसके अंतर में।
चाहे आफत, महा प्रलय के, सौ तूफान उठें क्षण भर में॥
टुकड़े हों बोटी बोटी के, रोटी के पड़ जायें लाले।
कभी न लौटे निज मंजिल से और न भिक्षा-पात्र संभाले॥
किसी देश द्रोही के आगे, अपना मस्तक जो न झुकाये।
किसी खून के प्यासे को जो कभी न अपना खून पिलाये॥
देख!देख!! गढ्ढे का पानी सावन का बादल होता है।
जीवन सफल वही होता है॥
तुम मुझे दुख-दर्द की सारी विकलता सौंप देना,
मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा!
मैं सफ़र में चल पड़ा हूँ,
दूर जाऊँगा समझ लो।
व्यर्थ है आवाज़ देना,
आ न पाऊँगा समझ लो।
जोगियों से मन लगाना,बधाई
छोड़ दो मुझको बुलाना।
राह में दुश्वारियाँ हो. . . मैं सरलता खोज लूँगा,
मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा!
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सफलता पर बधाई कविता
समय तो लगता है,
शिखर पे जाने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
पंछी को उड़ने में
चींटी को चढ़ने में
महल बनाने में
घर सजाने में
सागर में जाके
मोती निकालने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
कविता बनाने में
अलंकार सजाने में
रस को दिखाने में
छन्द सजाने में
अच्छा कवि बनने में
लोकप्रिय होने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
साज बनाने में
संगीत सजाने में
दिल में उतरने में
प्रेम जगाने में
शिक्षा ग्रहण करने में
अच्छे विचारक बनने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
घडा़ बनाने में
परिपक्वता लाने में
नयी खोज करने में
मूल्यता दिलाने में
गिरे हुए पत्थर को
मूर्ति बनाने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
होना निराश कभी
प्राणी तू जग में
क्योकि समय तो लगता है
समय बदलने में
बंजर धरती में
फसल उगाने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
कामयाबी की कविता
मंजिल
बढ़ता चल तू ऐ मुसाफिर
मंजिल तेरे निकट होगी
हौसला रख दिल में अपने
ख्वाहिशे तेरी पूरी होगी
संकल्प ले यदि मन में अपने
उत्साह कभी ना कम होंगे
बढ़े थे, बढ़े हैं और बढ़ते रहेंगे
हर बेडी़यो को तोड़ते रहेंगे
अगर दूर दिखती हो तेरी मंजिल
सब्र कर तू कभी गम ना कर
झोपड़ी से महल यदि है तुझको बनाना
तो कोशिश को अपने कभी कम ना कर
बड़ा चल बड़ा चल तू हर क्षण बढ़ा चल
तेरी मंजिल मिलेगी कभी ना कभी
विश्वास रख तू खुदा पर अपने
ख्वाइश तेरी पूरी होगी
बढ़ता चल तू ऐ मुसाफिर
मंजिल तेरे निकट होगी
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सफलता की बधाई संदेश इन हिंदी
वही सफल इन्सान बन सका।
जो अतीत में जी भर जीकर ,बिखरी आशाएं समेटकर ,
असफलताओं की प्रताड़ना में ,खुद का निर्माण कर सका।
वही सफल इन्सान बन सका।
जिसने खुद पर किया भरोसा ,बना उसी का भाग्य अनोखा ,
साहस और हिम्मत के बल पर ,स्वयं शक्ति पहचान कर सका।
वही सफल इन्सान बन सका।
सपना नहीं चुनौती जीवन,दृढ़ विचार रखता जो प्रति क्षण,
टूटे सपने जोड़-जोड़ कर ,सपनों का सम्मान कर सका।
वही सफल इन्सान बन सका।
यद्यपि जीवन रहा चुनौती, हार नहीं माना जो फिर भी ,
असफलताएँ भी हैं प्रेरणा, ऐसा जो अनुमान कर सका।
वही सफल इंसान बन सका।
पग- पग मिलती रही विफलता ,प्रति क्षण फिर भी आगे बढ़ता,
अनुभव की कड़वाहट में जो ,अगम लक्ष्य संधान कर सका।
वही सफल इंसान बन सका।
एक रचनाकार हूँ,
निर्माण करने में लगा हूँ।
मैं व्यथा का सोलहों-
सिंगार करने में लगा हूँ।
यह कठिन है काम लेकिन,
श्रम अथक अविराम लेकिन।
इस थकन में ही सृजन की मैं सबलता खोज लूँगा।
मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा!
फूल की पंखुड़ियों पर,
चैन से तुम सो न पाए।
जग तुम्हारा हो गया पर,
तुम किसी के हो न पाए।
तुम अधर की प्यास दे दो,
या सुलगती आस दे दो।
मैं हृदय की फाँस में अपनी तरलता खोज लूँगा,
मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा!
रात काली है मगर यह,
और गहरी हो न जाए।
फिर तुम्हारी चेतनायें,
शून्य होकर खो न जाए।
इसलिए मैं फिर खड़ा हूँ,
स्याह रातों से लड़ा हूँ।
मैं तिमिर में ही कहीं, सूरज निकलता खोज लूँगा।
मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा!
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