Sanatan Dharm Kya Hai : सनातन धर्म यानि हिन्दू धर्म है जो की वेदो के अनुसार सबसे प्राचीन धर्म माना जाता है इसीलिए आप सनातन धर्मके बारे में कुछ रोचक तथ्य जान सकते है जिसकी जानकारी के लिए आप हमारे द्वारा बताई गयी जानकारी पढ़ सकते है | सनातन धर्म में हिन्दू धर्म के लोग आते है इस धर्म में के अत्यधिक लोग यानि करीब 90% लोग हिन्दुस्तान में ही रहते है इसीलिए इसे हिन्द कहाँ जाता है | अगर आपको सनातन धर्म के बारे में कुछ जानकारी नहीं है तो हम आपको इसके बारे में जानकरी देते है की क्यों यह धर्म बना और कहाँ से इस धर्म का प्रचार हुआ | इसकी पूरी जानकरी जानने के लिए आप हमारी इस पोस्ट द्वारा पा सकते है |
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हिन्दू धर्म के संस्थापक
Hindu Dharm Ke Sansthapak : हिन्दू धर्म के संस्थापक कौन थे इसके बारे में किसी को भी किसी तरह की जानकारी नहीं है क्योकि इस धर्म के प्रचार-प्रसार के कई ऋषि मुनियो ने अपनी-2 अलग भूमिका निभाई है | इस धर्म में कोई भी एक धर्मशास्त्र नहीं है इसमें कई किताबे मिल कर एक धर्म शास्त्र की व्याख्या करती है | सनातन धर्म में 108 एक चमत्कारी नंबर माना जाता है तभी तो मालाओ में हमेशा 108 मोती होती है जो की ईश्वर के 108 स्वरुप को दर्शाते है और उन्हें याद कराते है |
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सनातन धर्म के पांच संप्रदाय
Sanatan Dharm Ke Paanch Sampraday : सनातन धर्म में पांच संप्रदाय होते है और हिन्दू सनातन धर्म इन्ही पांच सम्प्रदायों के सिद्धांतो पर चलता है जिसमे की पांच देवी देवताओ की पूजा की जाती है :
- वैष्णव संप्रदाय – भगवान विष्णु जी की आराधना का लिए
- शैव संप्रदाय – शिव भक्त के लिए
- सौर संप्रदाय – सूर्य देव की पूजा करने के लिए
- गाणपत्य संप्रदाय – भगवान गणेश की पूजा के लिए
- शाक्त संप्रदाय – देवी शक्ति के भक्तो के लिए
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सनातन धर्म की मुख्य बाते
Sanatan Dharm Ki Mukhya Baatein : हिन्दू धर्मं में जानने के लिए बहुत योग्य बाते है जिसमे से कुछ महत्वपूर्ण जानने योग्य बाते आप यहाँ से जान सकते है जो की हिन्दू धर्म में मानी जाती है :
- सनातन धर्म में आत्मा को अमर बताया गया है इसमें कहाँ जाता है की वह ना तो मरती है न ही जन्म लेती है |
- इंसान के कर्मो के अनुसार ही उसकी आत्मा या तो दूसरी योनि में जाती है मोक्ष की प्राप्ति होती है |
- हिन्दू धर्म में जीव की सेवा करना ईश्वर की सेवा करना बताया गया है अगर आप किसी जीवमात्र को प्रेम या सेवा देते है तो यह ईश्वर की सेवा करने के बराबर है |
- सभी तरह की सांसारिक मोह माया से परे होकर ही जीवन जीना ही सच्चा धर्म कहलाता है |
- वेदो में ईश्वर का अस्तित्व निराकार बताया गया है जबकि पुराणों में इनके रूप रंग आकार की व्याख्या की गयी है |
- हिन्दू धर्म के अनुसार दुसरो की सेवा करना पुण्य माना गया है जबकि दुसरो को सताना पाप के सामान है |
- हिन्दू धर्म में कई तरह के भगवान है लेकिन सनातन धर्म साकार और निराकार रूप में ईश्वर का अस्तित्व बयां करते है इसीलिए आप किसी भी ईश्वर की पूजा करे लेकिन पूजा परमात्मा की ही मानी जाती है |
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