Shikshak Vidai Kavita : शिक्षक हमारे जीवन का वह व्यक्ति होता है जो की हमें इस जीवन में सही तरीके से रहने का तरीका सिखाते है तथा जिनसे हम अच्छे व बुरे की परख करना सीखते है | हमारे टीचर हमारे लिए हमारे जीवन का एक अहम् हिस्सा होते है इसीलिए वह जहाँ पर अपनी शिक्षा देते है उन्हें वहां से विदाई भी लेनी पड़ती है इसीलिए हम आपको शिक्षक दिवस के ऊपर या हमारे टीचर की जब विदाई, सेवानिवृत्ति या रिटायरमेंट होता है तब उन्हें कुछ प्रेरणादायक कविता बोलकर एक छात्र होने का फ़र्ज़ निभाते है इसीलिए आप नीचे बताई गयी जानकारी में शिक्षक के ऊपर कुछ बेहतरीन कविताओं के बारे में यहाँ से जानकारी पा सकते है |
यहाँ भी देखे : विदाई समारोह की शायरी
शिक्षक की विदाई पर कविता – स्कूल विदाई कविता
हमारे विद्यालय के आँगन में
खिलता हुआ गुलाब हो आप
हमारे अंधियारे जीवन में
ज्ञान का दीपक हो आप ।
हम सब बच्चे थे नादान
पढ़ने में नहीं था ध्यान
हमारी भूलो को माफ करके
दे दिया विद्या का ज्ञान ।
अपनी अनमोल शिक्षा को
खेल खेल से हमें सिखाया ।
संस्कारों का पाठ पढ़ाया ।
सही गलत का ज्ञान कराया ।
हमारे निराश हारे मन में
आत्मविश्वास जगा दिया
मंजिल तक पहुंचाने का
रास्ता हमें दिखा दिया ।
टीचर जी हमारे आँगन को
छोड़कर जा रहे हो आप
जीवन में सदा खुश रहो
यही है हमारी प्रभू से आस
अपनी खुशबू से महकातो रहो
सबकी बगिया को आप ।
Short Poem For Teachers Farewell – विदाई गीत फॉर टीचर
गुरु का महत्व कभी न होगा कम,
भले कर ले कितनी भी उन्नति हम,
वैसे तो हैं इंटरनेट पे हर प्रकार का ज्ञान,
पर अच्छे बुरे की नहीं हैं उसे पहचान।
हमारा मार्गदर्शक बनने,
हमें प्रेरित करने और
हमें वो बनाने के लिए
जो कि हम आज हैं,
हे शिक्षक आपका धन्यवाद.
यहाँ भी देखे : हास्य कविता सुरेन्द्र शर्मा
विदाई समारोह गीत इन हिंदी – टीचर की विदाई गीत – विदाई गीत रिटायरमेंट इन हिंदी
अपने ज्ञान के प्रकाश को, सबमें बांटता शिक्षक
कांच के टुकड़े उठाकर, हीरे-सा तराशता शिक्षक
हर क्रिया, प्रतिक्रिया को देख, हर नजर से जांचता शिक्षक
संस्कारों के बीज बोकर,आदर्शों की फसल काटता शिक्षक
अंधकार में दीप जलाकर, अज्ञानता की खाई पाटता शिक्षक
जीवन मूल्यों को सिखाता,जिंदगी संवारता शिक्षक
शिष्य को आगे बढ़ाकर, खुद को उसपे वारता शिक्षक
Poems On Goodbye Teacher – Poem For Teachers On Farewell In Hindi
शिक्षक हैं समाज, सभ्यता, संस्कृति के रक्षक
जीवन के अनजानी राहों के पथप्रदर्शक
अनमोल है इनकी कही हर वाणी
भेदभाव की नीति इन्होंने कभी ना जानी
अपने अनुभवों से नीति-न्याय की बातें सिखाते
अनुशासन का पालन करवाते
दृढ़-निश्चयी बनाते
सफलता के लिए प्रेरित करते
भटके को राह दिखाते
नसीब पर नहीं, कर्म पर भरोसा करना सिखाते
लेकर परिक्षाएँ कड़ी घड़ी-घड़ी
परिचय हमारा खुद से ये करवाते
अज्ञान दूर कर ज्ञान की ज्योत जलाते…
अपनी विद्या का करके दान…
मानवता का करते ये कल्याण
कर्त्तव्यनिष्ठ शिक्षक होते हैं
स्वयं ईश्वर के समान
शिक्षा है जिनका धर्म-ईमान
शिक्षित हो समाज है इनका गान
गुमनामी के अंधेरे में था
पहचान बना दिया
दुनिया के गम से मुझे
अनजान बना दिया
उनकी ऐसी कृपा हुई
गुरू ने मुझे एक अच्छा
इंसान बना दिया
यहाँ भी देखे : आत्मविश्वास कविताएँ
विदाई समारोह कविता – शिक्षक विदाई पर भाषण – टीचर विदाई शायरी
मैं तो कोरा कागज था
उसने अपनी कलम से
नाम मेरा लिख दिया
वही तो मेरा शिक्षक है ।
राह दिखाई चलने की
जीवन का लक्ष्य दिखाकर
मंजिल तक पहुँचा दिया
वही तो मेरा शिक्षक है ।
पग पग पर मार्गदर्शन करके
नई नई बातें सिखाकर
आदर्शों का पाठ पढ़ा दिया
वही तो मेरा शिक्षक है ।
मेरे अबोध अज्ञानी मन को
सत्य का उजाला देकर
ज्ञानी मुझे बना दिया
वही तो मेरा शिक्षक है ।
सही गलत का भेद बताकर
जीवन को नए आयाम देकर
संस्कारों का पाठ पढ़ा दिया
वही तो मेरा सच्चा शिक्षक है ।
गुरूदेव के श्रीचरणों में
श्रद्धा सुमन संग वंदन
जिनके कृपा नीर से
जीवन हुआ चंदन
धरती कहती, अंबर कहते
कहती यही तराना
गुरू आप ही वो पावन नूर हैं
जिनसे रौशन हुआ जमाना
Contents
