शायरी (Shayari)

शायरी खूबसूरती पर

Shayari Khubsurti par : अगर आप खूबसूरती पर शायरी जानना चाहे तो हमारे पास से पा सकते है एक दम दिल छूने वाली शायरी और दो लाइन की शायरी | वैसे इससे पहले हम आपको दिल टूटने पर हिंदी सैड शायरी बताना चाहते है इसके अलावा कई विश्व-विख्यात शायर जैसे ग़ालिब और इमरान प्रतापगढ़ी की होली पर शायरी और बसंत पंचमी पर शायरी जिससे की आपको मिलती है बेहतरीन शायरियो का खजाना | इसलिए अगर आप किसी की तारीफ शायरियो के माध्यम से करना चाहे तो आप इन शायरियो से कर सकते है |

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सुन्दरता पर शायरी

Sundarta Par Shayari : किसी के चेहरे की खूबसूरती की तारीफ करने के लिए जानिए किस तरह से आप शायरियो के माध्यम से खूबसूरती की तारीफ करेंगे |

मैं अपने साज़ के नग्मों की नर्म लहरों में
तुम्हारे चेहरे की अफ़्सुर्दगी डुबोता हूँ

आईने पर यक़ीन रखते हैं,
वो जो चेहरा हसीन रखते हैं

सिर्फ चेहरा ही नहीं शख्सियत भी पहचानो ,
जिसमें दिखता हो वही आईना नहीं होता

यही चेहरा..यही आंखें..यही रंगत निकले,
जब कोई ख्वाब तराशूं..तेरी सूरत निकले

ताआज़्ज़ुब है तेरा चेहरा है के मैख़ाना
नज़र..लब..रुख़सार..पेशानी में जाम रक्खे हैं

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तारीफ भरी शायरी

Tareef Bhari Shayari : अगर आप किसी की तारीफ शायरियो के माध्यम से करना चाहते है तो जानिए किस तरह से करेंगे और हुस्न शायरी के लिए आप जान सकते है बेहतरीन शायरियाँ :

जाने उस शख्स को कैसा हुनर आता है
रात होते ही आँखों में उतर जाता है
मै उसके खयालो से बच के कहा जाऊ
वो मेरी हर सोच के रास्ते पे नज़र आता है

वो हुस्न ही क्या जिसे नाज ना हो..
और वो इश्क ही क्या जिसमें आग ना हो

तेरे हुस्न को नकाब की जरुरत ही क्या है
न जाने कौन रहता होगा होश में तुझे देखने के बाद

हुस्न का Naaz अभी और बढ़ेगा शहर मे यारो
दो आशिकों ने एक ही महबूब को चुन लिया है

तेरा हुस्न बयां करना मकसद नहीँ था मेरा
ज़िद कागजों ने की थी और कलम चल पड़ी

सुन्दरता पर शायरी

खूबसूरती पर शेर

Khubsurti Par Sher : अगर आप अपनी खूबसूरती के लिए जानना चाहे अगर आप दो लाइन के शेर जानना चाहे तो जानिए की किसी की खूबसूरती की तारीफ पर कविता और पाइये बेहतरीन कविताओ का संग्रह :

हुस्न की ये इन्तेहाँ नहीं है तो और क्या है,
चाँद को देखा है हथेली पे आफताब लिए हुए।

हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कुरा देना,
हसीनों को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना।

अब तक मेरी यादों से मिटाए नहीं मिटता,
भीगी हुई इक शाम का मंज़र तेरी आँखें।

नाज़ुकी उसके लब की क्या कहिए,
पंखुड़ी इक गुलाब की सी है।

जलवे मचल पड़े तो सहर का गुमाँ हुआ,
ज़ुल्फ़ें बिखर गईं तो स्याह रात हो गई।

हमारा हाले दिल चेहरे से अब दिलदार पढ़ लोगे
ज़ुबां आंखों की समझोगे,तो मेरा प्यार पढ़ लोगे

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खूबसूरत शेर

Khubsurat Par Sher : अपनी खूबसूरती की तारीफ के लिए जानिए की किस प्रकार के शेर आप पढ़ेंगे और कैसे शेरो का संग्रह आप जानेंगे जिन्हें आप आज ही शेयर करे अपने दोस्तों को :

आपकी फ़ितरत के चेहरे थे कई समझे नहीं
जो था शाने पर उसे,चेहरा समझ बैठे थे हम

अपना चेहरा न बदला गया
आईने से ख़फ़ा हो गए…

वहीं कहीं नज़र आता है आप का चेहरा
तुलू चाँद फ़लक पर जहाँ से होता है

अक़्स उभरेगा ‘नफ़स’ गर्द हटा दे पहले,
धुंधले आईने में चेहरा नहीं देखा जाता

तेरा चेहरा मुकम्मल एक ग़ज़ल मतले से मकते तक
क़यामत है,क़यामत है,क़यामत है,क़यामत है

अव्वल अव्वल की मोहब्बत के नशे याद तो कर
बे-पिए भी तिरा चेहरा था गुलिस्ताँ जानाँ

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