Bharat Ratn Ke Bare Me 14 Ajab Gajab Rochak Tathy : भारत रत्न का अवार्ड भारत का सर्वोच्च सम्मान होता है जो की भारत के उस नागरिक को दिया जाता है जिसने भारत के लिए किसी भी क्षेत्र में देश के हित में कार्य किया हो | इसीलिए हम आपको भारत रत्न के बारे में कुछ रोचक बाते बताते है जो की अपने कभी सुनी नहीं होंगी जिनके बारे में जानकर आप को देश की प्रगति के बारे में पता चलता है और अपने देश के ऊपर फक्र भी होता है | इसीलिए हम आपको भारत रत्न के बारे में जानकारी देते है जो की आपके लिए फायदेमंद होगा और आप इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते है |
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भारत रत्न के बारे में जानने योग्य कुछ बाते
Bhart Ratn Ke Bare Me Janne Yogy Kuch Baate : अगर आप भारत के एक जिम्मेदार नागरिक है तो भारत रत्न के बारे में जानकारी होना अति आवश्यक है जिसके लिए आप नीचे बताई गयी जानकारी को पढ़ कर प्राप्त कर सकते है :
- भारत रत्न देने का प्रारम्भ 2 January, 1954 को भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी |
- भारत रत्न उस इंसान को दिया जाता है जिसने मानवता के लिए किसी भी क्षेत्र में अभूतपूर्व और अप्रत्याशित सेवा का भाव दिखाया हो |
- भारत रत्न देते वक्त सरकार नस्ल, क्षेत्र, भाषा, लिंग या जाति आदि पर गौर नही करती लेकिन लिंग का भेदभाव साफ नजर आता है पुरे भारत में सरकार अभी तक 45 लोगों को भारत रत्न मिल चुका है जिनमें से 40 पुरूष है और 5 महिलाएँ है |
- भारत रत्न का पुरस्कार भारत सरकार द्वारा हर साल 26 जनुअरी के दिन ही दिया जाता है |
- जब भारत रत्न देने की शुरुआत हुई तब भारत सरकार ने मरणोपरांत किसी को भी भारत रत्न देने की मना थी लकेजन 1995 में में यह जारी कर दिया गया है मरणोपरांत सबसे पहले भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री जी को मिला अब तक 12 लोगो को मरने के बाद भारत रत्न मिल चुका है |
- हर क्षेत्र में भारत रत्न सबसे अधिक 21 नेताओ को मिल चुका है जिसमे से 15 कांग्रेस के है 3 नेहरू परिवार के है |
- भारत के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के पास भारत रत्न देने के लिए सिफारिश भेजते है अब तक जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गाँधी को उनके प्रधान मंत्री के पद पर बने रहते हुए ही यह अवार्ड मिल चुका है |
- 1977 में जनता पारी की सरकार भारत में आयी तब भारत रत्न देना बंद कर दिया गया है लेकिन 1980 में कांग्रेस सरकार के दुबारा आने पर इसे दुबारा स्टार्ट कर दिया गया |
- 1992 में सुभाषचंद्र बोस को भारत रत्न दिया गया था लेकिन बाद में वापिस ले लिए गया था |
- भारतीय संविधान के अनुसार ऐसा नहीं है की भारत रत्न केवल भारतीय नागरिक को ही दिया जायेगा यह अवार्ड विदेशियों को भी मिलता है अब तक 2 विदेशियों को यह अवार्ड मिल चुका है | 1987 में अब्दुल गफ्फार खान को और 1990 में अफ्रीका के जन नेता नेल्सन मंडेला को दिया जा चुका है |
- भारत रत्न 1 साल में अधिक से अधिक तीन व्यक्तियों को देने का प्रावधान है लेकिन यह भी जरुरी नहीं की हर साल दिया ही जाए | क्योंकि 1959, 1960, 1967, 1968, 1969, 1970, 1971, 1973, 1974, 1973, 1977, 1978, 1979, 1981, 1982, 1984, 1985, 1986, 1989, 1993, 1994, 1995 और 1996 ये इन सालो में किसी भी नागरिक को यह सम्मान नहीं दिया गया |
- भारत रत्न को नाम के साथ पदवी के रूप में इस्तेमाल नही (cant use as a post) कर सकते |
- भारत रत्न अवार्ड में विजेता को किसी प्रकार की कोई रकम नहीं मिलती लेकिन प्रमाण पत्र जिस पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर होते है और एक मैडल मिलता है जिस मेडल की कीमत लगभग 2,57,732 रूपए होती है |
- भारत रत्न के साथ विजेता को कई सुविधाएं मिलती है जो की निम्न प्रकार है :
(I) जीवन भर भारत में एयर इंडिया की प्रथम श्रेणी की मुफ्त हवाई यात्रा और रेलवे में प्रथम श्रेणी में मुफ्त यात्रा मिलती है |
(II) भारत रत्न के विजेता के पास संसद की बैठकों तथा सत्र में भाग लेने की अनुमति होती है
(III) कैबिनेट रैंक के बराबर की योगयता प्राप्त है |
(IV) Z-grade की सुरक्षा के लिए भी योग्य होते है |
(V) VVIP के बराबर का दर्जा मिलता है |
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