दिवाली एक हिन्दू त्यौहार है | दिवाली को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है | ( दीप मतलब दिये और आवली मतलब लड़ी ) पूरा अर्ताथ दिये की लड़ी | हम आपको बताने जा रहे है दिवाली कैसे मनाये पर उससे पहले जानते है आखिर दिवाली का असली मतलब क्या है और दिवाली क्यों मनाई जाती है| दोस्तों बढ़ते प्रदूषण के कारण हमारी पृथ्वी को बहुत नुक्सान पहुँच रहा है इसलिए आप कोशिश करें की इस बार आप प्रदूषण रहित दिवाली मनाएं |
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दिवाली किस तरह मनाई जाए
दिवाली का मतलब बुराई पर अच्छाई की जीत| दिवाली के दिन भगवान् राम लंका यानि की सोने की लंका से रावण वध करके वापिस अयोध्या आये थे| तो उनका दीप जलाके स्वागत किया गया था | दीप की लड़ियो से अँधेरा में रौशनी करदी गयी थी| अर्थात आज के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी | चलिए अब हम आपको बताते है Diwali Kaise Manaye| दिवाली सर्दी में आती हैं और उसमे हमको सर्दी की छूटिया भी मिलती हैं इसलिए सर्दियों की छुट्टी में आप अपनी प्लानिंग कर ले |
- हमारे यहां सदियो से प्रथा है नए आभूषण और बर्तन खरीदने की | दिवाली के पहले दिन खरीदारी जरूर करे| चाहे एक बर्तन क्यों नही करे जरूर |
- दिवाली के पहले दिन के पहले ही घर की और अनपे बिज़नस प्लेस की सफाई जरूर करे | सारे कपडे धोके डाले, घर के सारे कमरे साफ करे| जिससे लक्ष्मि के आप घर आ सके|
- अपने घर की छत के ऊपर चावल के आटे से छोटे छोटे पैरो के निशान बनाये | ये प्रतिक होता है की आप देवी के आने का इन्तेजार कर रहे है |
- अपने घर के द्वार पर रंगोली बनाये और अपने काम करने की जगह मतलब जहां पर धन का स्रोत हो यानी ऑफिस| और भी चीज़े इस्तेमाल कर सकते है जैसे घंटी, दीवाल पर लटकाने वाले सीसे, लाइट्स और भी कुछ सजावट के लिए | इस के जरिये हम जताते है की हम लक्ष्मि देवी के आने का इन्तेजार कर रहे है| आप रंगोली के डिजाईन इन्टरनेट से ले सकते है वहां पर बहोत सारे रंगोली के डिजाईन मौजूद है|
- तरह-तरह की रंगोली का प्रोयोग करे| बाजार में लकड़ी की बनी हुई रंगोली भी आती है| बहुत से तरीके है सजावट के लिए| तो बस बस शुरू हो जाइये | जिस तरह से सजावट कर सकते है करिये|
- रौशनी के दिये जलाये रोज रात को त्यौहार के पर्व पर | शाम के टाइम तेल के दिये जलाये | और तेल के दियो को घर के चारो तरफ कटार में रखे| त्यौहार के दिन घर में अँधेरा नही होना चाइये |
- बोम पटाके जलाये | यह एक दिवाली त्यौहार का हिस्सा है| पटाके दिवाली के तीसरे दिन जलाये जाते है| इस बात का ध्यान रखे बोम-पटाके जलाते समय कोई बच्चा या फिर कोई पालतू जानवर आस पास ना हो|
- दिवाली के पर्थ पर नए कपडे पहने का भी रिवाज़ है | दिवाली के दिन महिलाये नयी साड़िया या फिर सिलवार कुरता पहनती है | और पुरुष कुरता पजामा पहनते है|
- दिवाली के त्यौहार पर पकवान बनाये जाते है जैसे बर्फी, रसगुल्ले, मिठाइयां और बहोत कुछ|
- दिवाली एक पवित्र त्यौहार है| दिवाली के दिन मास का प्रोयोग नही किया जाता है क्योंकि यह एक हिन्दू त्यौहार है| इस दिन सुध शाकाहारी पकवान बनाये जाते है | जैसे पकवान मिठाईया |
- दिवाली के तीसरे दिन माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा करि जाती है | पूजा के स्थान पर चांदी का सिक्का रखा जाता है| और उनसे स्वस्थ जिंदगी और कमाई के लिए अर्चना करी जाती है |
- दिवाली के त्यौहार में अपने भाई या बहन को ना भूल जाए उन्हें तोहफे दे और दिवाली सेलब्रेट करे |
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