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जवाहरलाल नेहरू के अनमोल विचार

Jawaharlal Nehru Ke Anmol Vichar : पंडित जवाहर लाल नेहरू को कौन नहीं जानता वह हमारे स्वतंत्र देश के पहले प्रधान मंत्री थे जिनके विचारो से हम सभी लोगो को प्रेरणा मिलती है जिनका व्यक्तित्व काफी प्रेरणादायक है और हमें आत्मविश्वास देता है इसीलिए हम आपको उनके द्वारा कहे गए कुछ कथन के बारे में बताते है जो की हमारे लिए महत्वपूर्ण है | नेहरू जी के विचार हमारे लिए मोटिवेशनल विचार सिद्ध हो सकते है इसीलिए हम आपको उनके विचारो को बारे में बताते है जिन्हे पढ़ कर आप अपना कॉन्फिडेंस बढ़ा सकते है और अपनी नकारात्मक सोच को ख़त्म करके पॉजिटिव थिंकिंग अपना सकते है अपने जीवन का लक्ष्य भी हासिल कर सकते है और अपने जीवन में सफलता भी प्राप्त कर सकते है |

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नेहरू जी के विचार

Nehru Ji Ke Vichar : नेहरू जी द्वारा कहे गए कुछ ऐसे ही आत्मविश्वास बढ़ाने वाले विचारो को पढ़े तथा उनके चरित्र के बारे में भी जाने :

एक नेता या कर्मठ व्यक्ति संकट के समय लगभग हमेशा ही अवचेतन रूप में कार्य करता है और फिर अपने किये गए कार्यों के लिए तर्क सोचता है

हमें थोडा विनम्र रहना चाहिए और यह न सोचें कि शायद सत्य पूर्ण रूप से हमारे साथ ना हो

एक ऐसा क्षण जो इतिहास में बहुत ही कम आता है , जब हम पुराने के छोड़ नए की तरफ जाते हैं , जब एक युग का अंत होता है , और जब वर्षों से शोषित एक देश की आत्मा , अपनी बात कह सकती है

हर हमलावर देश की यह दावा करने की आदत होती है कि यह कार्य वह अपनी रक्षा के लिए कर रहा है

संकट और गतिरोध जब वे होते हैं तो कम से कम उनका एक फायदा होता है कि वे हमें सोचने पर मजबूर करते हैं

शांति राष्ट्रों का सम्बन्ध नहीं है. यह एक मन: स्थिति है जो आत्मा की निर्मलता से आती है . शांति सिर्फ युद्ध का अभाव नहीं है.यह मन की एक अवस्था है

किसी को सुझाव देना और बाद में हमने जो कहा उसके नतीजे से बचने की कोशिश करना बेहद आसान है

समाजवाद…ना केवल जीने का तरीका है, बल्कि सामजिक और आर्थिक समस्यों के निवारण के लिए एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण है

हमारी सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि हम चीजों के बारे में बातें ज्यादा करते हैं और काम बहुत कम

यदि पूंजीवादी समाज की शक्तियों को अनियंत्रित छोड़ दिया जाए तो वो अमीर को और अमीर और गरीब को और गरीब बना देंगी

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जवाहर लाल नेहरू का नारा

Jawahar Lal Nehru Ka Nara : जवाहर लाल नेहरू जी के विचार उनके द्वारा कहे गए नारो में भी देखने को मिलते है इसीलिए हम आपको उनके कुछ नारो के बारे में बताते है जप की उनके द्वारा कहे गए है :

समय सालों के बीतने से नहीं मापा जाता बल्कि किसी ने क्या किया, क्या महसूस किया , और क्या हांसिल किया इससे मापा जाता है

अच्छी नैतिक स्थिति में होना कम से कम उतना ही प्रशिक्षण मांगता है जितना कि अच्छी शारीरिक स्थिति में होना

हम एक अद्भुत दुनिया में रहते हैं जो सौंदर्य, आकर्षण और रोमांच से भरी हुई है. यदि हम खुली आँखों से खोजे तो यहाँ रोमांच का कोई अंत नहीं है

कोई ऐसा पल जो इतिहास में बहुत कम बार आता है वह है पुराने को छोड़कर नए की तरफ जाना

जब तक मुझे खुद लगता है की किया गया काम सही काम है तब तक मुझे संतुष्टि रहती है

योग्य और वफादार लोग हमेशा महान उद्देश्यों के लिए कार्य करते है,उन्हें भले ही तब पहचान न मिले किन्तु अंत में पहचान मिल ही जाती है

हम वास्तविकता में क्या हैं यह अधिक मायने रखता है बजाय इसके कि लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं

जब भी हमारे सामने संकट और गतिरोध आते है, उनसे हमें एक फायदा तो होता है कि वे हमें सोचने पर मजबूर करते है

हमे असफलता तभी मिलती है जब हम अपने उद्देश्य,आदर्श और सिद्धांतो को भूल जाते है

अगर मैं आश्वस्त हूँ कि मैं सही कदम उठा रहा हूँ, तो वह कदम ही मुझे संतुष्टि प्रदान करता है

नेहरू जी के विचार

श्लोगान ऑफ़ जवाहरलाल नेहरू

Slogan Of Jawaharlal Nehru : जवाहर लाल नेहरू जी के स्लोगन हम सबके लिए प्रेरणादायक होते है जिनमे से देशभक्ति की झलक और देश के प्रति उनका प्यार झलकता है :

अच्छी नैतिक स्थिति में होना कम से कम उतना ही अभ्यास मांगता है जितना कि अच्छी शारीरिक स्थिति में होना

अज्ञानता बदलाव से हमेशा डरती है

असफलता तब मिलती है जब हम अपने आदर्श, उद्देश्य और सिद्धांत भूल जाते हैं

आप तस्वीरों के चेहरे दीवार की तरफ मोड़ के इतिहास का रुख नहीं बदल सकते

एक नेता और एक कर्मशील पुरुष संकट के समय लगभग हमेशा ही पहले अपने अंतस की आवाज के अनुसार काम करते हैं फिर बाद में उस काम को करने के कारण खोजते हैं

एक सिद्धांत का वास्तविकता के साथ संतुलन बहुत जरुरी है

खतरा देख कर भागने का प्रयास करने वाला व्यक्ति अपने आप को ज्यादा खतरे में डाल लेता है मुकाबलें उस व्यक्ति के, जो शांत बैठ कर खतरे का सामना करने की योजना बना रहा हो

जरुरत से ज्यादा सतर्क रहने की नीति सभी खतरों में सबसे बड़ा खतरा है

जाहिर है, दक्षता का सबसे अच्छा प्रकार वह है जो मौजूदा सामग्री का अधिकतम लाभ उठा सके

जीवन ताश के पत्तों के खेल की तरह है. आपके हाथ में जो है वह नियति है, जिस तरह से आप खेलते हैं वह स्वतंत्र इच्छा है

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जवाहर लाल नेहरू के राजनीतिक विचार

Jawahar Lal Nehru Rajneetik Vichar : जवाहर लाल नेहरू राजनीति से ताल्लुक रखते थे वह आज़ाद भारत के सबसे पहले प्रधान मंत्री जिनके राज्य में भारत में कई गुना तरक्की पायी है :

जो तथ्य हैं वे हैं और आपके नापसंद करने से गायब नहीं हो जायेंगे

जो व्यक्ति अधिकतर अपने ही गुणों का बखान करता रहता है वो अक्सर सबसे कम गुणी होता है

नागरिकता देश की सेवा में निहित है

पूर्ण रूप से आन्दोलनकारी रवैया किसी विषय की गहन विवेचना के लिए ठीक नहीं है

महान कार्य और छोटे लोग साथ नहीं चल सकते

मैं पूर्व और पश्चिम का अनूठा मिश्रण बन गया हूँ, हर जगह बेमेल सा, कहीं पर भी घर जैसा महसूस नहीं करता

यदि पूंजीवादी समाज की शक्तियों को अनियंत्रित छोड़ दिया जाए तो वो अमीर को और अमीर और गरीब को और गरीब बना देंगी

लोकतंत्र अच्छा है . मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि बाकी व्यवस्थाएं और भी बुरी हैं

लोकतंत्र और समाजवाद लक्ष्य पाने के साधन मात्र हैं, अपने आप में लक्ष्य नहीं

लोगों की कला उनके दिमाग का सत्य प्रतिबिम्ब है

वह व्यक्ति जो सबकुछ पा चुका है, वह चाहता है कि हर बात शांति और व्यवस्था के पक्ष में हो

शांति के आभाव में बाकी सारे सपने विलुप्त हो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं

शांति राष्ट्रों का सम्बन्ध नहीं है. यह एक मन: स्थिति है जो आत्मा की निर्मलता से आती है. शांति सिर्फ युद्ध का अभाव नहीं है. यह मन की एक अवस्था है

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