Ameer Khusro Ki Rachnaye : अमीर खुसरो का पूरा नाम अबुल हसन यमीनुद्दीन अमीर ख़ुसरो था इनका जन्म 1253 में उत्तर प्रदेश जिले के कासगंज जिले में पटियाली में हुआ था | यह चौदहनवी सदी के प्रमुख कवि शायर, गायक और संगीतकार थे अमीर खुसरो ने आठ सुल्तानों का शासन देखा था | इनके पिता का नाम तुर्क सैफुद्दीन जब अमीर खुसरो मात्र ७ वर्ष के थे तभी इनका देहांत हो गया था व अमीर खुसरो की मृत्यु 1325 ईंसवी में हुई थी | अमीर खुसरो के जीवनकाल में उन्होंने कई रचनाये की है इन्होने कई शायरियां, भी लिखी है इसीलिए हम आपको अमीर खुसरो द्वारा लिखी गयी कुछ महत्वपूर्ण रचनाओं के बारे में बताते है जिन्हे जानकार आप इनके बारे में जान सकते है |
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अमीर खुसरो पुस्तकें
Ameer Khusro Pustake : अमीर खुसरो ने कुछ महत्वपूर्ण पुस्तके लिखी है जिन पुस्तकों के बारे में हमने आपको नीचे बताया है यह सभी रचनाये इनकी बहुत ही जयादा प्रसिद्ध रचनाये है :
किरान-उस-सादेन
अमीर खुसरो की सबसे पहली रचना किरान-उस-सादेन थी जिसको उन्होंने 1289 ई. में लिखी थी जो की एक ऐतिहासिक विषय पर आधारित है | इनकी इस रचना में बुगरा खां और उसके बेटे कैकुबाद का विस्तार से वर्णन मिलता है इसके अलावा उन्होंने इस रचना में मंगोलो के प्रति अपनी घृणा भी दिखाई है तथा इसमें कई इमारतों, शाही दरबारों, इतिहासिक लोगो के जीवन के विषय के बारे में विस्तार से बताया है |
मिफता-उल-फुतूह
अमीर खुसरो की 1291 में की गयी रचना के आधार पर उन्होंने अपनी इस किताब मिफता-उल-फुतूह की रचना की थी इसमें इन्होने जलालुद्दीन खिलजीके बारे में विस्तार से बताया है व उनके जीवन में क्या घटित हुआ उनके सैन्य अभियानों, मालिक छज्जू का विद्रोह व उसका दमन तथा उनकी सभी स्ताहनो पर विजय के बारे में विस्तार से बताया है |
खजाइन-उल-फुतूह
इनकी इस रचना को तारीख-ए-अलाई के नाम से भी जाना जाता है इनकी इस रचना में इन्होने अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल के बारे में विस्तारपूर्वक बताया है | इसके अलावा उनके द्वारा गुजरात, चित्तौड़, मालवा और वारंगल पर विजय के बारे में पूर्ण रूप से विस्तारपूर्वक रूप से जानकारी बताई है | इसके अलावा उनकी इस रचना में मालिक काफूर के दक्कन अभियानों का भी विस्तारपूर्वक वर्णन मिलता है |
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आशिका
यह पुस्तक एक प्रेम कहानी पर आधारित है जिसमे की गुजरात के राजकरन की पुत्री देवलरानी और अलाउद्दीन के पुत्र खिज्रखां द्वारा इसमें विस्तार से बताया गया है | इसमें उन्होंने अल्लाउद्दीन खिलजी का गुजरात पर आक्रमण तथा उस पर विजय का आँखों देखा चित्र प्रदर्शित किया है |
नूह सिपिहर
अमीर खुसरो की इस पुस्तक में इन्होने हिंदुस्तान तथा हिन्दुस्तानियो के बारे में जानकारी दी है तथा उनका अच्छी प्रकार से चित्रण किया है | इसके अलावा इस पुस्तक में मुबारकशाह के सभी भवन तथा जलवायु, सब्जियों, फलों, भाषाओं, दर्शनरम का बहुत ही अनोखा चित्रण किया है जो की हमारे लिए बेहतर है क्योकि इसमें तत्कालीन सामजिक स्थिति का बड़ा ही जीवंत चित्रण देखने को मिलता है |
तुगलकनामा
यह भी एक ऐतिहासिक रचनाओं में से एक रचना है जो की हमें इतिहास के बारे में जानकारी देती है तुग़लक़नामा उनकी आखरी रचना है इस पुस्तक में उन्होंने खुशरोशाह के विरुद्ध गयासुद्दीन तुगलक की विजय का चित्रण बहुत ही अच्छे तरीके से बताया है व इस खानी को पुरे धार्मिक रूप से उसी रंग में दिखाया है |
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